Mamaearth : ₹2,400 करोड़ के IPO के लिए किया फाइल
पिछले कुछ सालों में बेबी केयर, ब्यूटी और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स को लेकर बाजार में एक अच्छा और पॉजिटिव बदलाव आया है। लोग अब उपयोग किए जाने वाले प्रोडक्ट्स के बारे में अधिक सतर्क हैं और जो ज़हरीले और खतरनाक रसायनों से न बने हों ऐसे आवश्यक वस्तुओं की तलाश में हैं। कई प्रमुख ब्रांड ने हेल्दी और इको-फ्रेंडली प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देकर इस बदलाव को अपनाया है।
गुरुग्राम स्थित एक ब्रांड है जिसने 2016 से भारत में तूफान ला दिया है। इसने बेबी केयर प्रोडक्ट्स के मानकों को फिर से परिभाषित किया है और भारतीयों द्वारा पसंद किए जाने वाले आर्गेनिक स्किन केयर प्रोडक्ट्स के निर्माता के रूप में विकसित हुआ है।
आज के लेख में, हम एक ऐसे ब्रांड पर नज़र डाल रहे हैं जिसने भारतीय माता-पिता की एक ख़ास समस्या का समाधान किया है- Mamaearth! इसकी मूल कंपनी होनसा कंज्यूमर लिमिटेड (Honasa Consumer Ltd) ने हाल ही में आईपीओ लाने के लिए दस्तावेज दाखिल किए हैं।
Mamaearth की शुरुआत
जब ग़ज़ल अलघ और वरुण अलघ अपने बेटे की त्वचा के अनुसार प्रोडक्ट्स की तलाश कर रहे थे, तो वे यह देखकर चौंक गए कि भारतीय बाज़ार हानिकारक ज़हरीले पदार्थों से बने जेनेरिक उत्पादों से भर गया है। जहा एक ओर पश्चिमी देशों में ऐसे उत्पादों की अधिकांश सामग्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था! अंततः उन्हें अमेरिका से बेबी केयर प्रोडक्ट्स का ऑर्डर बुलाना पड़ा, जो महंगा और असुविधाजनक था। उन्होंने महसूस किया कि, उनके जैसे कई सारे माता-पिता हमारे देश में उपलब्ध प्रोडक्ट्स की गुणवत्ता से बेहद नाखुश थे।
दोनों ने बेबी केयर प्रोडक्ट्स की एक श्रृंखला तैयार की जो सुरक्षित, विश्वसनीय और किफायती थी। दिसंबर 2016 में, वरुण और ग़ज़ल ने Mamaearth की स्थापना के लिए अपनी जेब से ₹90 लाख का निवेश किया! उन्होंने एक डेडिकेटेड रिसर्च एंड डेवेलपमेंट (R&D) टीम का गठन किया, जो शुरुआत में बच्चों के लिए प्राकृतिक और ज़हरीले पदार्थों से मुक्त प्रोडक्ट्स पर ध्यान देती थी। एक कठिन शुरुआत के बाद, अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए टीम को अपनी कुछ मार्केटिंग रणनीतियों में सुधार करना पड़ा।
शुरुआती चरण में सिर्फ छह प्रोडक्ट्स से, Mamaearth 140 से अधिक ज़हरीले पदार्थों से मुक्त और नैचरल बेबी केयर, स्किन केयर और हेयर केयर प्रोडक्ट्स की पेशकश करता है। ब्रांड 500 शहरों में 50 लाख से अधिक ग्राहकों को अपनी सेवा देता है। Mamaearth के प्रोडक्ट्स भारत में Amazon, Flipkart, Nykaa जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और 30,000 पॉइंट ऑफ सेल्स (PoS) स्टोर्स पर उपलब्ध हैं।
Mamaearth के अलावा, होनासा कंज्यूमर लिमिटेड (Honasa Consumer Ltd) में The Derma Co., Aqualogica और Ayuga जैसे डिजिटल-फर्स्ट ब्रांड हैं।
फंडिंग और इन्वेस्टर्स
होनसा कंज्यूमर (Honasa Consumer) तब सुर्खियों में आया, जब यह 2022 का पहला यूनिकॉर्न बन गया। इसने सिकोइया (Sequoia) और सोफिना वेंचर्स (Sofina Ventures) जैसे प्रमुख निवेशकों से 1.2 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर 52 मिलियन डॉलर जुटाए। Crunchbase के अनुसार, कंपनी ने अब तक 8 फंडिंग राउंड में कुल 111.6 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। होनसा कंज्यूमर को शिल्पा शेट्टी और Evolvence India Fund का भी सपोर्ट प्राप्त है।
होनसा कंज्यूमर लिमिटेड में वरुण अलघ की बहुमत हिस्सेदारी (38.72%) है, जबकि सिकोइया कैपिटल (Sequoia Capital) की 15.22% हिस्सेदारी है।
Mamaearth की मजबूत ग्रोथ
- Mamaearth "मेड सेफ" प्रमाणित प्रोडक्ट्स की पेशकश करने वाला एशिया का पहला ब्रांड बन गया है जो ज़हरीले पदार्थों से मुक्त और नेचुरल घटकों से भरपूर हैं।
- ब्रांड ने 0-10 साल के बच्चों के लिए भारत के पहले बांस से बने बेबी वाइप्स और 100% प्राकृतिक प्लांट-बेस्ड टूथपेस्ट जैसे अनोखे प्रोडक्ट पेश किए हैं। इसने एक स्ट्रेच मार्क रिमूवल सीरम और माताओं के लिए व्यापक रूप से लोकप्रिय प्याज से बने (onion range) उत्पादों की श्रृंखला भी विकसित की।
- कंपनी कस्टमर्स की जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करने और रिसर्च के आधार पर प्रोडक्ट्स को लॉन्च करने में सक्षम रही है। उनकी डिजिटल मार्केटिंग की पहलों ने बिक्री बढ़ाने के लिए अद्भुत काम किया है।
- Mamaearth लॉन्च के छह साल के भीतर ₹1,000 करोड़ के सालाना रेवेन्यू तक पहुंचने के लिए भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाला ब्यूटी और पर्सनल केयर ब्रांड के रूप में उभरा है।
- होनसा कंज्यूमर FY22 में ₹14 करोड़ की नेट एअर्निंग के साथ प्रॉफिटेबल बन गया, जबकि FY21 में ₹1,332 करोड़ और FY20 में ₹428 करोड़ का घाटा हुआ था। FY23 की पहले क्वार्टर में, कंपनी ने ₹4 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। इसका ग्रॉस प्रॉफिट मार्जिन (GPM) FY20 में 66.5% से बढ़कर FY22 में 69.96% हो गया।
प्रमुख चुनौतियां
- Mamaearth को Himalaya, Johnson & Johnson, Procter & Gamble और Unilever जैसे बड़े खिलाड़ियों से भारी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।
- Mamaearth जैसे डिजिटल-फर्स्ट ब्रांड सोशल मीडिया मार्केटिंग कैंपेन और ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस पर बहुत अधिक निर्भर करते हैं। वास्तव में, फाइनेंशियल ईयर 22 में ब्रांड का विज्ञापन खर्च 120% सालाना बढ़कर ₹391 करोड़ हो गया। साथ ही ई-कॉमर्स फर्मों को इसका बिक्री कमीशन दोगुना से अधिक ₹29 करोड़ हो गया।
- वे अपने बिक्री रेवेन्यू के एक महत्वपूर्ण हिस्से के लिए कुछ चुनिंदा उत्पादों (लगभग 10) पर निर्भर हैं। इसलिए गुणवत्ता में गिरावट या निर्माण संबंधी समस्याएं ब्रांड के लिए महंगी साबित होंगी।
- इसके DRHP के अनुसार, होनासा कंज्यूमर और इसकी सहायक कंपनियों के पास विभिन्न व्यक्तियों/संस्थाओं के खिलाफ चार आपराधिक और नागरिक मुकदमे सक्रिय हैं।
आगे का रास्ता
30 दिसंबर को होनासा कंज्यूमर लिमिटेड ने IPO लॉन्च करने के लिए सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दायर किया। कंपनी का लक्ष्य ₹2,400 करोड़ जुटाना है, जिसमें ₹400 करोड़ के फ्रेश इशू शेयर और 4.2 करोड़ शेयरों की बिक्री (offer for sale) की पेशकश शामिल है। यह IPO के माध्यम से $3 बिलियन (~₹24,000 करोड़) का मूल्यांकन चाह रहा है! ब्रांड विजिबिलिटी और जागरूकता में सुधार के लिए IPO की आय विज्ञापन खर्चों में जाएगी। वे BBlunt (एक सहायक) के माध्यम से नए सैलून भी खोलेंगे और अधिक इनऑर्गेनिक ग्रोथ की योजना बना रहे हैं।
हालांकि, बाजार विशेषज्ञ होनासा कंज्यूमर लिमिटेड के IPO के माध्यम से उच्च मूल्यांकन के बारे में गहराई से चिंतित हैं। मूल्यांकन का लक्ष्य इसके मुनाफे से 1,000 गुना अधिक है, जिसने कई लोगों को हैरान और भ्रमित कर दिया है। पेटीएम के IPO की विफलता याद आती है! एक ओवरवैल्यूड IPO केवल बुल रन में ही टिक सकता है। जब गिरावट होती है, तो बना हुआ खेल बिगड़ सकता है।
आगे बढ़ते हुए, होनासा कंज्यूमर लिमिटेड और Mamaearth युवा माता-पिता की बार-बार होने वाली समस्याओं के लिए सुरक्षित, ज़हरीले पदार्थों से मुक्त और अंतरराष्ट्रीय मानक उत्पादों के साथ नए सोलूशन्स लाने की उम्मीद करते हैं।
Mamaearth पर आपके क्या विचार हैं? क्या आपने उनके प्रोडक्ट्स का उपयोग किया है? हमें मार्केटफीड ऐप के कमेंट सेक्शन में बताएं।
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