Uniparts India Ltd IPO: जानिए कंपनी प्रोफाइल, लॉन्च डेट, क़ीमत, फायनांशियल परफॉरमेंस और जोखिमों के बारे में
नई दिल्ली स्थित यूनिपार्ट्स इंडिया लिमिटेड (Uniparts India Ltd) ने आज यानी 30 नवंबर को अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लॉन्च किया है। दिलचस्प बात यह है कि, कंपनी 2014 से अपना IPOलॉन्च करने की कोशिश कर रही है! इस लेख में, हम कंपनी और उसके IPO के बारे में जानकारी जानेंगे।
कंपनी प्रोफाइल
यूनिपार्ट्स इंडिया लिमिटेड इंजीनियर्ड सिस्टम्स और सॉल्यूशंस की ग्लोबल निर्माता है। यह एग्रीकल्चर, कंस्टक्शन, फॉरेस्ट्री एंड माइनिंग (CFM) और आफ्टरमार्केट सेक्टर में ऑफ-हाइवे सिस्टम और कंपोनेंट्स के प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं में से एक है। यह हर एक ग्राहक की आवश्यकताओं के आधार पर अनुकूलित उत्पादों का डिजाइन, डेवलप और निर्माण करते हैं। कंपनी के उत्पाद पोर्टफोलियो में शामिल हैं:
- 3-प्वाइंट लिंकेज सिस्टम (3PL) - यह एक स्टैंडर्डाइज सिस्टम है जिसका उपयोग हल (बीज बोने से पहले मिट्टी को ढीला करने या मिट्टी को मोड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला कृषि उपकरण) और ऐसे अन्य उपकरणों को ट्रैक्टर से जोड़ने के लिए किया जाता है।
- प्रेसिजन मशीन्ड पार्ट्स (PMP) - इनमें विभिन्न उपकरणों के आर्टिकुलेटेड जोड़ों में उपयोग किए जाने वाले पिन, बुश और इसी तरह के घटक शामिल हैं।
- अडजेसेन्ट प्रोडक्ट वर्टिकल ऑफ पावर टेक-ऑफ (PTO), फैब्रिकेशन, और हाइड्रोलिक सिलेंडर।
यूनिपार्ट्स इंडिया लिमिटेड के ज्यादातर उत्पाद उपकरण के बनावट-संबंधी और लोड-बेअरिंग वाले हिस्से हैं और सख्त स्पेसिफिकेशन और प्रोसेस कंट्रोल के अधीन हैं। कंपनी के पास वैल्यू के संदर्भ में फायनांशियल ईयर 22 में वैश्विक 3PL बाजार का अनुमानित 16.68% बाजार हिस्सा था। फायनांशियल ईयर 22 में मूल्य के संदर्भ में CFM क्षेत्र में ग्लोबल PMP बाजार में इसकी 5.92% बाजार हिस्सेदारी थी। प्रमुख मूल उपकरण निर्माताओं (original equipment manufacturers) सहित प्रमुख ग्लोबल ग्राहकों के साथ इसके दीर्घकालिक संबंध हैं।
कंपनी के पास 25 देशों में 125 से अधिक ग्राहकों का कस्टमर बेस है। यह उत्तरी अमेरिका, यूरोप, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में संगठित आफ्टरमार्केट रिटेल विक्रेताओं और डिस्ट्रीब्यूटर्स को 3PL के पार्ट्स प्रोवाइड करता है। यूनिपार्ट्स इंडिया लिमिटेड की पांच मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं: एक विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) में, दो लुधियाना (पंजाब) में, और दो नोएडा (उत्तर प्रदेश) में स्थित है।
IPO के बारे में
यूनिपार्ट्स इंडिया लिमिटेड का पब्लिक इश्यू 30 नवंबर को खुलेगा और 2 दिसंबर को बंद होगा। कंपनी ने IPO के लिए प्राइस बैंड के रूप में ₹548-577 प्रति शेयर तय किया है।
IPO से प्रवर्तकों और शुरुआती निवेशकों द्वारा 1.44 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री (offer for sale ) की पेशकश है, जो कुल ₹835.61 करोड़ है। व्यक्तिगत निवेशक न्यूनतम 25 इक्विटी शेयरों (1 लॉट) के लिए और उसके बाद 25 शेयरों के गुणकों में बोली लगा सकते हैं। इस IPO में आवेदन करने के लिए आपको न्यूनतम 14,425 रुपये (कट-ऑफ कीमत पर) की आवश्यकता होगी। एक रिटेल निवेशक अधिकतम 325 इक्विटी शेयर (13 लॉट) के लिए आवेदन कर सकता है।
IPO का प्राथमिक उद्देश्य यूनिपार्ट्स इंडिया लिमिटेड के प्रमोटरों के लिए एग्जिट स्ट्रैटजी (या लिक्विडिटी) प्रदान करना है। कंपनी का लक्ष्य NSE और BSE पर इक्विटी शेयरों को सूचीबद्ध करने के लाभों को प्राप्त करना है। IPO के बाद यूनिपार्ट्स इंडिया में कुल प्रमोटर होल्डिंग 75.54% से घटकर 65.79% हो जाएगी।
फायनांशियल परफॉरमेंस
यूनिपार्ट्स इंडिया ने पिछले तीन फायनांशियल ईयर (FY20-22) में रेवेन्यू और प्रॉफिट दोनों में मजबूत बढ़त दर्ज की है। इस अवधि के दौरान रेवेन्यू 16.31% की CAGR से बढ़ा है। कंपनी अपने रेवेन्यू का लगभग 85% निर्यात से अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में प्राप्त करती है, जबकि भारत से केवल 15% है। यह अपनी फायनांशियल लागतों को काफी हद तक कम करने में भी सक्षम है।
जून को खत्म हुए क्वार्टर (Q1 FY23) के लिए कंसोलिडेटेड प्रॉफिट ₹50.5 करोड़ रहा और रेवेन्यू ₹346.84 करोड़ रहा। इस बीच, मार्च 2022 में ₹127.3 करोड़ की तुलना में Q1 में कुल ऋण घटकर ₹114.65 करोड़ हो गया।
जोखिम के घटक
- यूनिपार्ट्स इंडिया सीमित संख्या में ग्राहकों से अपने रेवेन्यू का एक महत्वपूर्ण हिस्सा (फायनांशियल ईयर 22 के अनुसार ~ 76.67%) प्राप्त करता है। यदि वे इन ग्राहकों को खो देते हैं या उनसे मांग में गिरावट होती हैं, तो उनके फायनांशियल परफॉरमेंस पर प्रतिकूल रूप से प्रभाव हो सकते हैं।
- कंपनी का पूरा व्यवसाय गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है, यदि वे इसके उत्पादों की मांग का सटीक अनुमान लगाने में असमर्थ हैं।
- यूनिपार्ट्स इंडिया लिमिटेड की फायनांशियल स्थिति स्टील, बिजली और ईंधन सहित कच्चे माल की उपलब्धता और लागत से काफी प्रभावित है।
- वे विदेशी मुद्रा-मूल्यवर्ग (foreign currency-denominate) के उधार और रेवेन्यू और व्यय के बीच करंसी मिसमैच के परिणामस्वरूप विदेशी विनिमय दर में उतार-चढ़ाव (foreign exchange rate fluctuations) का सामना कर रहे हैं।
IPO का विवरण
यूनिपार्ट्स इंडिया लिमिटेड ने 22 नवंबर को अपने IPO के लिए रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) फाइल किया। आप इसे यहां पढ़ सकते हैं। कुल प्रस्ताव में से, 50% क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए आरक्षित है, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) के लिए 15% और रिटेल इनवेस्टर्स के लिए 35% आरक्षित है।
कंपनी ने ₹250.7 करोड़ जुटाने के लिए एंकर निवेशकों को 43.44 लाख शेयर आवंटित किए। प्रमुख निवेशकों में Nomura, Morgan Stanley, BNP Paribas, Nippon Life,और HDFC Mutual Fund शामिल हैं।
निष्कर्ष
थ्री-पॉइंट लिंकेज (3PL) सिस्टम का ग्लोबल बाजार 2021 में $360-370 मिलियन था और 2021 और 2026 के बीच 6-8% बढ़ने का अनुमान है। इस बीच, चीन, जापान, यूरोप और उत्तरी अमेरिका से 80% मांग के साथ PMP का बाजार 2021 में ₹648 मिलियन था। यूनिपार्ट्स इंडिया लिमिटेड का लक्ष्य नए भौगोलिक स्थानों और प्रोडक्ट्स में विस्तार करने के लिए अपने मनुफैक्चरिंग और वेयरहाउस के बुनियादी ढांचे और ग्लोबल फूटप्रिंट्स का लाभ उठाना है। कंपनी को नए ग्राहक हासिल करने और मौजूदा ग्राहकों से रेवेन्यू में सुधार की उम्मीद है।
यूनिपार्ट्स इंडिया को Balkrishna Industries, Bharat Forge और Ramkrishna Forging जैसे सूचीबद्ध साथियों से भारी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।
कंपनी को ग्रे मार्केट में निवेशकों से काफी दिलचस्पी मिली है। यूनिपार्ट्स इंडिया के IPO शेयर अनौपचारिक बाजार में ₹71 के प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं। इस IPO में आवेदन करने से पहले, हम यह देखने का इंतजार करेंगे कि इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए आरक्षित हिस्सा ओवरसब्सक्राइब होता है या नहीं। कंपनी से जुड़े जोखिमों पर विचार करें और अपने निष्कर्ष पर आएं।
यूनिपार्ट्स इंडिया लिमिटेड के IPO पर आपके क्या विचार हैं? क्या आप इसके लिए आवेदन करेंगे? हमें मार्केटफीड ऐप के कमेंट सेक्शन में बताएं!
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